Friday, October 28, 2016

#6. क्यों लगाते हैं लोग मस्तक तिलक ?{Why do people put tilak forehead?}

तिलक

शास्त्रों में माथे पर तिलक लगाने के महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया है। और अब तो यह वैज्ञानिक रूप से भी सिद्ध हो चुका है कि मस्तक पर तिलक लगाने से शांति और ऊर्जा मिलती है।

Wednesday, October 26, 2016

#5. आत्मा कहाँ से आती है,और कहाँ को जाती है?{Where does the soul comes,and where it goes?}


आत्मा

हिन्दू मान्यता के अनुसार आत्मा परम पिता परमेश्वर की ज्योति से निकल इस संसार में मनुष्य जन्म धारण करती  है। यदि  मनुष्य के कर्म बुरे हुए, तो जीवात्मा नरक में जाती है,

#4. शुभ कार्यो मे महूर्त का महत्व क्यों?{How important Mahurt(auspicious moment) in any task or rituals and Why??}


मुहूर्त : शुभ या अशुभ



हम अकसर देखते है कि अनेक लोग दैनिक दिनचर्या की शुरुआत हो या यात्रा पर जाना हो, विवाह का अवसर हो या  गृह प्रवेश सभी के लिए शुभ घड़ी, मुहूर्त और चौघडिया देखकर कार्य प्रारंभ करते हैं। यों तो विचारपूर्वक शुभ कार्य  के लिए हर समय शुभ होता है ।

Tuesday, October 25, 2016

#3. क्या पुनर्जन्म होता है?{Does rebirth or reincarnation really happen?}

पुनर्जन्म: सच या झूठ


हिन्दू मान्यताओ के अनुसार व्यक्ति जब शारीर छोड़ता है,तो उसकी आत्मा शारीर छोड़ देती है,जो स्वर्ग-नर्क का भोग अपने कर्मो के अनुसार करती है|अनेक पवित्र ग्रंथो के अनुसार व्यक्ति अंतिम समय जिस सोच मे रहता है,वह उसी को प्राप्त होता है |

#2. हिन्दू मतानुसार मनुष्य शव को जलाया क्यों जाता है तथा अस्थियो को गंगा मे क्यों विसर्जित की जाती है?{According to Hindu tradition why after death human bodies burnt and their ossis(bone) immersed in Ganga river}

|| जिंदगी का अटल सत्य : मृत्यु ||


शव को दफनाने से उस में कीड़े पड़ जाते हैं| इसीलिए इसे जलाना ही ठीक है| शव को जलाने का दूसरा कारण यह भी है कि जो को दफनाने से भूमि बेकार हो जाती है और फिर उसे अशुभ माना जाता है|


Monday, October 24, 2016

#1. किसी भी कार्य मे सर्वप्रथम श्री गणेश का पूजन क्यों??{Shree Ganesh worshiped first in any task or rituals Why??}

||श्री गणेशाय नम:||

विषय भगवान शिव से संबंधित है|  जब भगवान शिव ने गणेश भगवान का शीश त्रिशूल से काट दिया ,तो वह चंद्रमा पर जा गिरा ,उसके बाद पार्वती की प्रार्थना पर भगवान शिव को गणेश भगवान को जिंदा करना पड़ा|  शिव भोले भंडारी ने हाथी के सिर को गणेश के धड़ के साथ लगा ,उसमे प्राण फूंक दिए|